2g spectrum ghotala kya. hai in hindi
2g spectrum ghotala kya hai in hindi |
Kaise Hua Tha2g spectrum Ghotala[2g spectrum case]
सीबीआइ के अनुसार अक्टूबर 2007 में रिलायंस टेलीकाम को दोहरी तकनीक के उपयोग का लाइसेंस मिलने के बाद एडीएजी स्वान से अलग हो गया और वह डीबी रियलिटी के हाथ में चला गया। इसके बाद डीबी रियलिटी के निदेशक शाहिद बलवा और विनोद गोयनका ने राजा के साथ साजिश कर2जी स्पेक्ट्रम हासिल कर लिया। यहां तक कि स्वान को लाइसेंस दिलाने के लिए कंपनी मामलों के मंत्रालय और भारत के अटार्नी जनरल से क्लीन चिट भी हासिल कर ली गई। इस साजिश में बलवा के साथ एडीएजी के तीन पदाधिकारी भी शामिल थे।
वहीं रियल एस्टेट कंपनी यूनिटेक के प्रबंध निदेशक संजय चंद्रा पर राजा के साथ साजिश कर लाइसेंस के आवेदन की तारीख एक हफ्ते पहले करने का आरोप है। गौरतलब है कि राजा ने आवेदन करने की तारीख को एक अक्टूबर 2007 से घटाकर 25 सितंबर 2007 कर दिया था और इस कारण कई कंपनियों इस दौड़ से बाहर हो गई थीं। Rozdhan Referral Code यही नहीं, यूनिटेक ने अपनी कंपनी के घोषित कार्यक्षेत्र में जरूरी संशोधन किए बिना ही यूनिटेक वायरलेस के नाम से नई कंपनी बनाकर आवेदन कर दिया था। इसी आधार पर दूसरी कई कंपनियों के आवेदन रद्द कर दिए गए थे, लेकिन यूनिटेक मामले में इसे जानबूझकर नजरअंदाज कर दिया गया।
सुप्रीम कोर्ट की फटकार के बाद हुई थी तेजी से जांच
सीबीआइ 2जी स्पेक्ट्रम घोटाले के आरोपियों के खिलाफ अदालत में पहला आरोपपत्र एफआइआर दर्ज करने के डेढ़ साल बाद दाखिल किया था। लेकिन इसकी अधिकांश जांच सुप्रीम कोर्ट की फटकार के बाद अंतिम छह महीने के दौरान पूरी हुई। जांच के दौरान सीबीआइ ने आरोपियों के खिलाफ 80 हजार पन्नों का दस्तावेजी सबूत इकट्ठा किया था और इन्हें सात बड़े स्टील के ट्रंकों में भर कर अदालत में पेश कर दिया था। दरअसल2जी स्पेक्ट्रम घोटाले में सीबीआइ की एफआइआर अक्टूबर 2009 में ही दर्ज हो गई थी। लेकिन इसके बाद अगले 11 महीने तक वह हाथ पर हाथ डाले बैठी रही। सीबीआइ की जांच में तेजी तब आई सुप्रीम कोर्ट ने कड़ी फटकार लगाते हुए उसे जांच की प्रगति रिपोर्ट सौंपने को कहा।
सुप्रीम कोर्ट की फटकार के बाद जांच अधिकारियों को दूसरे सभी कामों से मुक्त कर दिया गया और जांच में उसे सहयोग के लिए आठ अन्य अधिकारियों को लगाया गया। यहां तक कि सुप्रीम कोर्ट के डर से जांच से जुड़े अधिकारी छुट्टी के दिन तक लगातार कार्यालय आते रहे।2g spectrum ghotala kya hai in hindi
सुप्रीम कोर्ट की फटकार के बाद जांच अधिकारियों को दूसरे सभी कामों से मुक्त कर दिया गया और जांच में उसे सहयोग के लिए आठ अन्य अधिकारियों को लगाया गया। यहां तक कि सुप्रीम कोर्ट के डर से जांच से जुड़े अधिकारी छुट्टी के दिन तक लगातार कार्यालय आते रहे।2g spectrum ghotala kya hai in hindi
2g spectrum ghotala, 2g spectrum ghotala in hindi, 2g spectrum kya hain,
2G Spectrum Ghotala ke Mamle
नई दिल्ली: देश के सबसे बड़े घोटालों में से एक 2-जी स्पेक्ट्रम घोटाले2g spectrum ghotala kya hai in hindi में दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट 21 दिसंबर को सुनाएगी फैसला. 2जी स्पेक्ट्रम घोटाले से जुड़े कुल तीन मामलों में अदालत को अपना फैसला सुनाना है. हालांकि ये तीनों ही मामले 2जी स्पेक्ट्रम घोटाले से जुड़े हुए हैं. दो मामलों में जांच एजेंसी सीबीआई है तो एक मामले में प्रवर्तन निदेशालय ने जांच की है. हालांकि तीनों ही मामले एक दूसरे से जुड़े हुए हैं.2g spectrum ghotala kya hai in hindi
सीबीआई की पहली चार्जशीट में कुल 17 आरोपी बनाए गए थे जिसमें 14 लोग और तीन कंपनियां शामिल थे. वहीं दूसरे मामले में पांच लोगों और तीन कंपनियों का नाम शामिल था. प्रवर्तन निदेशालय के मामले में कुल 19 के खिलाफ चार्जशीट दायर हुई थी जिसमें 10 लोग और नौ कंपनियां शामिल थीं.
पहला मामला
सीबीआई की पहली चार्जशीट में बताया गया था कि किस तरह से साल 2008 में जब ए राजा दूरसंचार मंत्री थे उस दौरान शाहिद बलवा की कंपनी स्वान टेलिकॉम को नियमों को ताक पर 2जी लाइसेंस दिया गया. चार्जशीट के मुताबिक कुछ खास टेलिकॉम कंपनियों को लाइसेंस देने के लिए कटऑफ की तारीख को तक बदल दिया गया था. सीबीआई ने इस चार्जशीट में पूर्व टेलीकॉम मंत्री ए राजा, डीएमके सांसद कनिमोई, पूर्व टेलीकॉम सेक्रेटरी सिद्धार्थ बेहुरा, ए राजा के निजी सचिव आर के चंदोलिया, स्वान टेलीकॉम के प्रमोटर शाहिद बलवा, स्वान टेलीकॉम के डायरेक्टर विनोद गोयनका, यूनिटेक के डायरेक्टर संजय चंद्रा, आसिफ बलवा, राजीव अग्रवाल, शरद कुमार, बॉलीवुड के निर्माता करीम मोरानी, रिलायंस कम्युनिकेशन के गौतम दोषी, सुरेंद्र पिपारा और हरि नायर का नाम शामिल था.
2g spectrum ghotala, 2g spectrum ghotala in hindi, 2g spectrum kya hain,
वहीं 5 कंपनियों को भी आरोपी बनाया गया था. कंपनियों में रिलायंस कम्युनिकेशन, स्वान टेलिकॉम और यूनिटेक वायरलेस का नाम शामिल था. जांच एजेंसी सीबीआई ने अप्रैल 2011 में अदालत में करीब 80000 पन्नों की चार्जशीट दायर की थी इस चार्जशीट में 125 गवाहों और 654 दस्तावेज़ों का ज़िक्र किया गया था.
2g spectrum ghotala kya hai in hindi
2g spectrum ghotala kya hai in hindi
दूसरा मामला
सीबीआई के दूसरे मामले में कुल नौ आरोपी बनाए जिसमें पांच लोगों और चार कंपनियों के नाम शामिल थे. इन पांच लोगों में एस्सार ग्रुप के रविकांत रुईया, अंशुमान रुइया, विकास सराफ, किरण खेतान और ईश्वरी खेतान का नाम शामिल थे. सीबीआई ने अपनी इस चार्जशीट में 398 फाइलों, करीब 22000 पन्नों के दस्तावेजों का और 100 सरकारी गवाहों का जिक्र किया था.
2g spectrum ghotala kya hai in hindi
2g spectrum ghotala kya hai in hindi
तीसरा मामला
तीसरा मामला प्रवर्तन निदेशालय ने दर्ज किया था. ये मामला 2जी घोटाले के दौरान 200 करोड़ रुपये की हेराफेरी से जुड़ा हुआ था. ईडी ने चार्जशीट में 10 लोग और नौ कंपनियों को आरोपी बनाया. आरोपियों में ए राजा, कनिमोई, शाहिद बलवा, विनोद गोइनका, दयालू अमम्ल, आसिफ बलवा, राजीव अग्रवाल, करीम मोरानी, पी अमिरतम और शरद कुमार के नाम शामिल थे. चार्जशीट में आरोप लगाया गया कि आरोपियों ने 200 करोड़ रुपये के लेनदेन की हेराफेरी की थी. वो लेनदेन रिश्वत का पैसा था जो तत्कालीन दूरसंचार मंत्री ए राजा को डीबी ग्रुप कंपनीज को दूरसंचार का लाइसेंस देने के लिए मिलनी थी.
2g spectrum ghotala kya hai in hindi
2g spectrum ghotala kya hai in hindi
चार्जशीट के मुताबिक डीबी ग्रुप कंपनीज से पैसा कुसेगांव फ्रूट्स एंड वेजिटेबल्स प्राइवेट लिमिटेड और सिनेयुग फिल्म्स प्राइवेट लिमिटेड होता हुआ डीएमके द्वारा संचालित कलैगनार टीवी तक पहुंचाया गया. प्रवर्तन निदेशालय के मुताबिक कनिमोई और कलैगनार टीवी के प्रबंध निदेशक एवं सह आरोपी शरद कुमार की इस टीवी चैनल में 20-20 फीसदी की हिस्सेदारी थी. जबकि शेष 60 फीसदी हिस्सेदारी करुणानिधी की पत्नी दयालु अम्माल के पास थी.
2g spectrum ghotala kya hai in hindi
2g spectrum ghotala kya hai in hindi
अदालत ने सभी आरोपियों के खिलाफ आईपीसी की धारा 120 बी यानि साजिश रचने और प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्डरिंग ऐक्ट के तहत आरोप तय किए थे. अदालत ने इनके खिलाफ आईपीसी की धारा 120 बी ( आपराधिक साजिश रचना), 409 ( आपराधिक धोखाधड़ी कर विश्वास तोड़ना), 420 (धोखा देना), 468 (कागजातों के साथ जालसाजी करना), 471 (गलत दस्तावेजों को सही बताकर पेश करना), इसके अलावा भ्रष्टाचार निरोधक कानून की धारा 7,11,12, 13(1) और 13(2) के तहत आरोप तय किए थे.
2g spectrum ghotala kya hai in hindi
2g spectrum ghotala kya hai in hindi
2g spectrum ghotala, 2g spectrum ghotala in hindi, 2g spectrum kya hain,
2 Comments
Very nice and easy language informations
ReplyDeleteYha click kare or jane kya hota hain
ReplyDeleteI love you ka full form
https://iloveyoukafullform.blogspot.in/2018/01/i-love-you-full-form-hindi-image.html